Skip to main content

चालाक बिल्ली की कहानी | Chaalak Billi Ki Kahani | Story Of The Clever Cat

 चालाक बिल्ली की कहानी | Chaalak Billi Ki Kahani | Story Of The Clever Cat

चालाक बिल्ली की कहानी


तो दोस्तों आज में चालाक बिल्ली की कहानी हिंदी में बताऊंगा


चालाक बिल्ली की कहानी

एक घने जंगल में था एक बड़ा सा पेड़ उस पेड़ में रहती थी एक चिड़िया चिड़िया सबकी मदद करती थी और पेड़ पर रहने वाले पक्षी सब उसको बहुत पसंद करते थे चिड़िया रोज़ खाने की खोज में निकलती थी और शाम को वापस पेड़ पर आती थी बाकी के सारे पक्षी या भी यही करते थे और नजर भी रखते थे की चिड़िया वापस आयी या नहीं 

यह भी पढ़े कौवा और लोमड़ी की कहानी

यह भी पढ़े लालची कुत्ते की कहानी

यह भी पढ़े बुद्धिमान लोमड़ी की कहानी

Chaalak Billi Ki Kahani

एक दिन चिड़िया खाने की खोज में घर से तो निकली पर वो घर वापस नहीं लौटी बाकी के पक्षी सोचने लगे की चिड़िया वापस आये क्यों नहीं इसी दौरान एक दिन वहाँ पर आया एक खरगोश जो जंगल में नया नया आया हुआ था वो रहने के लिए जगह ढूँढ रहा था जब उसने इस पेड़ को देखा खरगोश पेड़ के अंदर बस गया बाकी के पक्षी ने खरगोश को रोककर बोला 

यह भी पढ़े चूहा और शेर की कहानी

यह भी पढ़े होशियार बंदर चतुर बंदर की कहानी

यह भी पढ़े 436 लोगों को मारकर रचा इतिहास कहानी

बाकी के पक्षी बोले :- है खरगोश हमारी दोस्त चिड़िया यहाँ रहती है वो खाने की खोज में गयी है तो अभी वापस नहीं आयी बेहतर है की तुम कोई और जगह ढूंढो

यह भी पढ़े गाय और शेर की कहानी

यह भी पढ़े सारस और लोमड़ी की कहानी

खरगोश बोला :- अब मैं इधर आ गया और इस पेड़ में चिड़ियाँ तो है नहीं तो अब ये मेरा घर हुआ

यह भी पढ़े बदसूरत बत्तख की कहानी

Story Of The Clever Cat

बाकी के पक्षी सोचने लगे की चिड़िया के वापस लौटने के बाद इस खरगोश को तो यहाँ से निकलना ही पड़ेगा फिर वे वहाँ से चले गए खरगोश आराम से पेड़ में रहने लगा और अचानक से एक दिन चिड़िया वापस आ गई और उसने देखा कि उसके घर में अब कोई और रह रहा था 


चिड़िया बोली :- तुम मेरे घर में क्या कर रहे हो 


खरगोश बोला :- जब मैं यहाँ आया तो इधर कोई नहीं था तो इसीलिए मैं यहाँ पर बस गया अब ये मेरा घर है 


चिड़िया बोली :- मैं तो खाने की खोज में बाहर गई थी और अब तुम ने यहाँ कब्जा कर लिया और बोल रहे हो की ये तुम्हारा घर है अगर तुम्हें कोई सबूत चाहिए तो तुम बाकी के पक्षियों को पूछ सकते हो की ये मेरा घर है या नहीं बाकी के पक्षी वहाँ पर आये और बोले की उन्होंने तो पहले ही बोला था की यह चिड़िया का घर है और कृप्या वहाँ से चले जाए पर खरगोश ने उनकी बात नहीं मानी और बस बोलने लगा कि सारे पक्षी तो चिड़िया के दोस्त है ना तो वो उसी का साथ देंगे 


खरगोश बोला :- तुम्हारे दोस्तों के अलावा हमें किसी और को इस बारे में बताना चाहिए ताकि वह इस बात का फैसला कर सके


बेचारी चिड़ियाँ को लगा कि अब इसके अलावा और कोई रास्ता नहीं है और खरगोश की बात को मान लिया उसी समय खरगोश ने एक बिल्ली को बुलाया जो उस रास्ते से गुजर रही थी 


बिल्ली :- मैं तो खाने की खोज में निकली थी और इस खरगोश को मुझे अभी बुलाना था


बिल्ली गई खरगोश के पास 


खरगोश बोला :- हमारी दोस्त बिल्ली हमें आपकी मदद की आवश्यकता है कृप्या आप इस समस्या को हल कर दें 


बिल्ली सोचने लगी कि :- मुझे तो लगा कि आज मुझे खाने को कुछ नहीं मिलेगा पर इस खरगोश ने तो मुझे खुद पास बुलाया है मुझे इसका फायदा उठाना ही पड़ेगा


खरगोश बोला :- क्या हुआ प्यारी बिल्ली तुम चुप क्यों हो


बिल्ली बोली :- मेरे दोस्त मैं बूढ़ी हो चुकी हूँ और मुझे तुम्हारी बातें सुनाई नहीं दे रही है अगर तुम पास आकर फिर से बोलोगे तो ठीक रहेगा


बिना सोचे समझे चिड़िया और खरगोश दोनों बिल्ली के पास अपनी समस्या बताने चले गए उसी समय बिल्ली ने मौका देखा और दोनों को एक साथ पकड़ लिया बाकी के पक्षी पेड़ पर बैठे हैरान रह गए ये सोचते हुए कि अगर ये दोनों किसी खतरनाक अनजान से मदद नहीं मांगती तो शायद अब तक जीवित होते

Comments

Popular posts from this blog

चूहा और शेर की कहानी Story of The Mouse And The Lion For Kids

चूहा और शेर की कहानी Story of The Mouse And The Lion For Kids तो बच्चों आज कि कहानी में हम चूहा और शेर की कहानी Story of The Mouse And The Lion For Kids पढ़ेंगे बच्चों इस कहानी को जरूर पढ़िएगा इस कहानी से आपको बहुत कुछ सीखने को मिलेगा तो चलिए कहानी पढ़ते हैं विस्तार से चूहा और शेर की कहानी Story of The Mouse And The Lion For Kids एक समय की बात है एक शेर था जो जंगल पर राज करता था एक दिन खाने के बाद एक पेड़ के नीचे सो गया एक छोटे से चूहे ने उसे दिखा और सोचा कि उसके साथ खेलने में मजा आएगा चूहा सोते हुए सर पर चलने लगा वह पूछू के ऊपर दौड़ने लगा शेर गुस्से में दहाड़ता हुआ उठा उसने अपने बड़े पंजों की मदद से चूहे को पकड़ लिया चूहा बहुत झटपट आया पर भागना सका शेरनी चूहे को खाने के लिए अपने बड़े दांत निकले चूहा बहुत डर गया था चूहा बोला   हे राजा मैं बहुत डर गया हूं कृपया मुझे मत खाइए इस बार मुझे माफ कर दीजिए प्लीज मैं कभी नहीं भूलूंगा शायद में जरूरत पड़ने पर आपकी मदद कर दूं चूहे की बात सुनकर शेर हंसने लगा और उसने अपना पंजा खोल दिया और उसे जाने दिया इसे भी पढें गाय और शेर की कहानी यह भी पढ...

गाय और शेर की कहानी एक अद्भुत कहानी

  गाय और शेर की कहानी एक अद्भुत कहानी Story Of Cow And Lion तो बच्चों आज हम गाय और शेर की कहानी Story Of Cow And Lion पढ़ेंगे इस कहानी से आपको बहुत कुछ सीखने को मिलेगा तो कहानी को जरुर पढ़ियेगा गाय और शेर की कहानी Story Of Cow And Lion एक पहाड़ी के नीचे रामगढ़ नाम का एक गांव था गांव के सारे जानवर हरी घास खाने के लिए सुबह उसी पहाड़ी के ऊपर बसे जंगल में जाते और शाम होते होते घर वापस आ जाते थे हर दिन की तरह लक्ष्मी नाम की एक गाय अन्य गायों के साथ उसी पहाड़ी के जंगल में घास खाने के लिए गई थी वह हरी घास खाने में इतनी ज्यादा प्रसन्न थी कि वह कब एक शेर की गुफा के पास पहुँच गई उसे पता भी नहीं चला शेर अपने गुफा में सो रहा था और वह पिछले दो दिनों से भूखा भी था जैसे ही लक्ष्मी शेर की गुफा के पास पहुंची गाय की खुशबू से शेर की नींद खुल गई  वह शेर धीरे धीरे गुफा से बाहर आया और गुफा के बाहर गाय देखकर खुश हो गया शेर ने मन ही मन सोचा की आज उसकी दो दिनों की भूख मिट जाएगी वह इस तंदुरुस्त गाय का ताजा मांस खाएगा और यह सोचकर उसने एक तेज दहाड़ लगायी लक्ष्मी शेर की दहाड़ सुनकर डर जाती है  जब वह अपने...